कभी घर में भी शिकार ना बन जाऊं ये डर आज भी नारी को सहना पड़ता है । कभी घर में भी शिकार ना बन जाऊं ये डर आज भी नारी को सहना पड़ता है ।
मैं भारत की नारी हूं सब पुरुषों पर भारी हूं बाधाएं चाहे कितनी हों समय से नहीं मैं मैं भारत की नारी हूं सब पुरुषों पर भारी हूं बाधाएं चाहे कितनी हों समय ...
की नारी ही तो हैं फरिश्ता तो नहीं। डर लगता है मुझे भी ! की नारी ही तो हैं फरिश्ता तो नहीं। डर लगता है मुझे भी !
तू तो ठहरा इंसान बड़ा, ये सारी धरा तेरी समिधा। तू जो चाहे उपभोग करे, तू जो चाहे विध तू तो ठहरा इंसान बड़ा, ये सारी धरा तेरी समिधा। तू जो चाहे उपभोग करे, त...
आजाद हूँ मैं ना कुछ पाने की इच्छा ना कुछ खोने का डर बेखौफ हूँ मैं आजाद हूँ मैं। आजाद हूँ मैं ना कुछ पाने की इच्छा ना कुछ खोने का डर बेखौफ हूँ मैं आज...
निर्भया कांड का दर्शक हूँ, किसी के लिए भक्षक हूँ, जनता का रक्षक हूँ, पता नही बना क्य निर्भया कांड का दर्शक हूँ, किसी के लिए भक्षक हूँ, जनता का रक्षक हूँ, पत...